मानवीय विषयों का अध्ययन करने में नैतिक मनन |Ethical Thinking in Studying Human Subjects

Admin
0

 

मानवीय विषयों का अध्ययन करने में नैतिक मनन

Ethical Thinking in Studying Human Subjects

मानवीय विषयों का अध्ययन करने में नैतिक मनन Ethical Thinking in Studying Human Subjects



  • मानवीय विषयों के साथ शोध करने में हमेशा निष्कर्ष के संभावित मूल्यों तथा किसी भी जोखिम के मध्य संतुलन होना चाहिए। इसमें शोध के विषय (व्यक्ति) को होने वाली शारीरिक तथा मनोवैज्ञानिक क्षति शामिल है।
  • दूसरा सामान्य रूप से होने वाला जोखिम है । अध्ययन किए जा रहे व्यक्ति की एकान्तता तथा कानूनी एवं नैतिक अधिकारों का उल्लंघन। उदाहरण के लिए एक शोधकर्ता गुप्त रूप से अध्ययन किए जा रहे बच्चों के स्कूली रिकॉर्ड प्राप्त कर सकता है । इसके अतिरिक्त शोधकर्ता अध्ययन के तहत किशोरों के ज्ञान के बिना साथियों के समूह से बातचीत का अवलोकन कर सकता है।
  • शोध में एक बच्चे या परिवार के सम्बन्ध में एकत्रित किया गया डेटा या जानकारियाँ सार्वजनिक हो सकती हैं। अत: मानवीय शोधों में अध्ययन को निष्पादित करने से पूर्व नैतिक मूल्यों का ठीक प्रकार से परीक्षण किया जाना आवश्यक है तथा उन्हें हटाने के लिए सभी महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए।

मानवीय शोधों में अध्ययन को निष्पादित करने पूर्व नैतिक पूर्व नैतिक


सहकर्मी समीक्षा

  • शोध अध्ययन शुरु करने से पूर्व अनुसंधान या शोध योजना किसी अन्य शोधकर्ता या किसी वैज्ञानिक को प्रस्तुत करनी चाहिए जिससे उनकी टिप्पणी, सुझाव तथा अनुमोदन लिया जा सके। इस तरह के उपायों से अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। इससे शोध के संभावित निष्कर्ष का मूल्य बढ़ जाता है तथा नकारात्मक प्रभाव तथा खतरों को कम किया जा सकता है।

सूचित सहमति

  •  शोधकर्ता को प्रतिभागियों से अध्ययन के लिए लिखित सहमति लेनी चाहिए। उन्हें अध्ययन का उद्देश्य, अध्ययन की विधि तथा अध्ययन में उनकी भूमिका के सम्बन्ध में पता होना चाहिए। इसके साथ ही साथ यदि प्रतिभागी शोध के मध्य में ही शोध छोड़कर जाने की इच्छा जाहिर करे तो उसे इसकी स्वतंत्रता होनी चाहिए ।

गोपनीयता

  • जहां तक संभव हो प्रतिभागी की पहचान तथा जानकारी गुप्त रखनी चाहिए तथा किसी के भी सामने प्रकट नहीं करनी चाहिए। 

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top