सहयोग के कारण (Causes of Co-operation)

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सहयोग के कारण (Causes of Co-operation)

सहयोग के कारण (Causes of Co-operation)


 

सहयोग के कारण (Causes of Co-operation) 

(अ) सामाजिक कारण (Social Causes)  

1. उन्नति एवं सफलता-समाज में प्रत्येक व्यक्ति एवं समूह अपनी उन्नति करना चाहता है। वह यह सब तक तक प्राप्त नहीं कर सकता है जब तक दूसरों को सहयोग न दे या स्वयं उनके साथ सहयोग न करे।

 

2. आवश्यकताओं की पूर्ति कोई भी व्यक्ति या समूह अपने आप में पूर्ण नहीं है इसलिए आपस में सहयोग करते हैं। लोगों को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सहयोग तथा सहायता की आवश्यकता होती है।

 

3. सामाजिक दबाव-सामाजिक एवं सार्वजनिक कार्यों हेतु व्यक्ति स्वेच्छा से सहयोग नहीं करता हैबल्कि सामाजिक दबाव के कारण भी करता है।

 

4. स्वार्थों की पूर्ति-आधुनिक काल में व्यक्ति में अहं की भावना बहुत बढ़ गयी है और वह अपनी इस भावना की सन्तुष्टि समाज में उच्च सामाजिक एवं आर्थिक स्तर प्राप्त करके करना चाहते हैं। समाज के लोग निरन्तर स्वार्थी होते जाते हैं। व्यक्ति अपने स्वार्थों के लिए लगातार गलत हथकण्डे अपना रहे हैं।

 

(ब) मनोवैज्ञानिक कारण (Psychological Causes) 

व्यक्ति दूसरों के साथ सहयोग कुछ मनोवैज्ञानिक कारणों के कारण भी करता है। ये कारण निम्नलिखित होते हैं-

 

1. सामाजिक शक्ति-

जो व्यक्ति सामाजिक रूप से अधिक शक्तिशाली होते हैंउनके समक्ष कमजोर व्यक्ति सहयोगात्मक व्यवहार करते हैं। जब शक्तिशाली व्यक्ति अपने प्रभाव का उपयोग न करके कमजोर व्यक्ति के साथ सहयोगात्मक व्यवहार करता है तब कमजोर व्यक्ति इस कारण भी उसके साथ सहयोगात्मक व्यवहार करता हैजिससे शक्तिशाली व्यक्ति क्रोधित न हो जाए।

 

2. सम्प्रेषण-

सम्प्रेषण जितना अधिक होता हैसहयोगात्मक व्यवहार को उतना ही अधिक प्रोत्साहन प्राप्त करता है। जब सम्प्रेषण कम होने लगता है तो सहयोगात्मक व्यवहार भी घटने लगता है।

 

3. दूसरे व्यक्तियों का व्यवहार-

अधिकांशतः यह देखा गया है कि हम दूसरे व्यक्ति के साथ वैसा ही व्यवहार करते हैं जैसा वह हमारे साथ करता है। यदि किसी व्यक्ति का हमारे साथ व्यवहार सहयोगात्मक होता है तो हम भी उसके साथ सहयोगात्मक व्यवहार करते हैं और इसके विपरीत यदि दूसरे व्यक्ति का व्यवहार हमारे साथ असहयोगात्मक तथा चालाकी भरा होता है तो हमारा व्यवहार भी सहयोगात्मक नहीं रहता है।

 

4. पुरस्कार-

कोई भी व्यक्ति ऐसे व्यक्ति के साथ भी सहयोग करने के लिए तत्पर रहता है जिससे उसे किसी न किसी रूप में पुरस्कार प्राप्त होता है। यह सहयोग उस समय अधिक दिखाई देता है जब सहयोग के बाद पुरस्कार प्राप्त होता है।

 

5. परिचितता-

एक व्यक्ति किसी अपरिचित व्यक्ति की अपेक्षा परिचित व्यक्तियों से सहयोग अधिक करता है। परिचितता जितनी अधिक होती हैसहयोग सम्बन्धी व्यवहार के घटित होने की सम्भावना उतनी ही अधिक होती है। जब परिचितता के साथ पसन्द जुड़ जाती है तब सहयोग सम्बन्धी व्यवहार उतना ही अधिक घटित होता है।

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